अच्छा क्रिकेटर अच्छा राजनेता भी साबित होगा ?
                    सांसद सचिन                   हमे बेहद अफ़सोस है की सरकार (कांग्रेस) के इस निर्णय से सचिन और राज्यसभा दोनों की गरिमा पर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए. उन्हें सोचना चाहिए था कि क्या उस जमात में बैठ कर  कथित   राजनैतिक चरित्र  से अलग पूरे  को अपनी छवि दिखा पाएंगे ?. क्या राज्यसभा में मनोनयन के अपेक्षाओ और उद्देश्यों को सचिन पूरा कर पाएंगे ?  क्या राजसभा क्रिकेट का  पिच है जहा पूरा राष्ट्र तेंडुलकर  जिंदाबाद  बोलेगा तब जब सचिन सोनिया राहुल जिंदाबाद बोल रहा हो ? क्यों आगाज़ बता रहा है अंजाम क्या होगा ?  सचिन न तो राष्ट्रपति से मिलते है न प्रधानमंत्री से.  लगता है सांसद बनाने का  आभार  व्यक्त कर रहे हो....