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पपीता - फरिश्तों का फल
पपीते के 11 स्वास्थ्यवर्द्धक गुण एक इतालवी समुद्रयात्री क्रिस्टोफर कोलंबस ने एक बार कहा था कि पपीता फरिश्तों का फल है। जिसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है 1. कोलेस्ट्रोल कम करता है पपीते में फाइबर, विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है, जो आपकी रक्त-शिराओं में कोलेस्ट्रोल के थक्के नहीं बनने देता। कोलेस्ट्राल के थक्के दिल का दौरा पड़ने और उच्च रक्तचाप समेत कई अन्य ह्रदय रोगों का कारण बन सकते हैं। 2. वज़न घटाने में मदद करता है इसमें कैलोरी बहुत कम होती है इसलिए वजन कम करने में पपीता काफी सहयोगी सिद्ध होता है । पपीतेमें मौजूद फायबर एक और जहां आपको तारो-ताज़ा महसूस करवाता है वहीं आपकी आँत की मूवमेंट को ठीकरखता है जिसके फलस्वरूप वज़न घटाना आसान हो जाता है। 3. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है हमारा प्रतिरोधक तंत्र बीमार कर देने वाले कई संक्रमणों के विरुद्ध ढाल का काम करता है। केवल एक पपीते में इतना विटामिन सी होता है जो आपके प्रतिदिन की विटामिन सी की आवश्यकता का 200...
अन्ना आन्दोलन की आवाज बन गए
५ अप्रैल ११ अन्ना आंदोलन के लिए एक खास दिन है। आज से एक साल पूर्व एक 74 साल के बुजुर्ग के आवाज पर देश जाग उठा था भ्रष्टाचार के खिलाफ. अन्ना आन्दोलन की आवाज बन गए . 2011 को याद रखा जाएगा, भारत में जन आन्दोलन के लिए तथा शासन के षड्यंत्र के लिए. देश के आम आदमी, जिसके बारे में कहा जाता है कि वो मध्यमार्गी है अपनी ही दुनिया में मस्त और व्यस्त रहता है। कोई उम्मीद भी नहीं सकता था कि यही भारतीय आम आदमी व्यवस्था में पसरी भ्रष्टाचार को समूल समाप्त करने के लिए सड़क से संसद को सन्देश दे सकेगा . क्योकि आज से पहले उसे अपनी स्वयं की क्षमता पर विश्वास नहीं दिख पा रहा था . आम आदमी को उसकी ताकत का अहसास दिलाया एक 74 साल के नौजवान बुजुर्ग अन्ना हजारे ने। अन्ना हजारे की राह पकड़कर...
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