तुलसी
तुलसी
तुलसी
का वानस्पतिक नाम
ओसीमम सैन्कटम है
1.
शिवलिंगी
के बीजों को
तुलसी और गुड़
के साथ पीसकर
नि:संतान महिला
को खिलाया जाता
है, महिला को
जल्द ही संतान
सुख की प्राप्ति
होती है
2.
तुलसी
के पत्तों को
त्वचा पर रगड़
दिया जाए तो
त्वचा पर किसी
भी तरह के
संक्रमण में आराम
मिलता है।
3.
किडनी
की पथरी में
तुलसी की पत्तियों
को उबालकर बनाया
गया काढ़ा शहद
के साथ नियमित
6 माह सेवन करने
से पथरी मूत्र
मार्ग से बाहर
निकल आती है।
4.
तुलसी
और हल्दी के
पानी का सेवन
करने से शरीर
में कोलेस्ट्राल की
मात्रा नियंत्रित रहती है
5.
पत्तियों
का रस निकाल
कर बराबर मात्रा
में नींबू का
रस मिलायें और
रात को चेहरे
पर लगाये तो
झाईयां नहीं रहती,
फुंसियां ठीक होती
है और चेहरे
की रंगत में
निखार आता है।
6.
फ्लू
रोग तुलसी के
पत्तों का काढ़ा,
सेंधा नमक मिलाकर
पीने से ठीक
होता है।
7.
प्रतिदिन
दिन में 4-5 बार
तुलसी से 6-8 पत्तियों
को चबाने से
कुछ ही दिनों
में माईग्रेन की
समस्या में आराम
मिलने लगता है।
8.
तुलसी के पत्तियों
और मंजरी के
सेवन से अत्यधिक थकान
दूर हो जाती
है।
9.
संतरे
के छिलकों को
छाँव में सुखाकर
पाउडर बना लेते
है और इसमें
थोड़ा तुलसी का
पानी और गुलाबजल
मिलाकर शरीर पर
लगाते है, घमौरियाँ
के इलाज से तुरंत
आराम मिलता है।
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