दिग्विजय सिंह संघ के पुराने वफादार



दिग्विजिय सिंह संघ के पुराने वफादार तो थे ही साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया की समूची कांग्रेस पार्टी उनके इस वफ़ा की भागीदार रहती है.जैसा की पूर्व विदित है दिग्विजय सिंह के भाई लक्षमण सिंह संघ के स्वयं सेवक तथा भाजपा के संसद रह चुके है । इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह का सांप्रदायिक के साथ साथ जातिवादी चेहरा भी । क्योकि राहुल अगर यु पी में किसी गरीब के घर जाते है तो यह कहने के बजे की किसी भारतीय के घर गए यह कहा जाता है की दलित के घर गए मुस्लिमो के लिए घोषणा किये। अभी उत्तर प्रदेश में टिकटों के बटवारे में जाति के आधार पर प्रत्याशियों का चयन बिलकुल साफ़ करता है की कांग्रेस न केवल सांप्रदायिक है बल्कि जातिवाद के सडांध से भरी पड़ी है । इन सबसे बड़ी कांग्रेस की विशेषता है भ्रष्टाचार । भ्रष्टाचारियो को संरक्षण तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालो का दमन । भारत में राष्ट्रप्रेम राष्ट्र सेवा राष्ट्रहित की बात करने वालो पर कहर साबित करता है की कांग्रेस विदेशी मानसिकता विदेशिहित तथा विदेशी ताकतों से संचालित होता है

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