रावण सा भाई

गर्भवती माँ ने बेटी से पूंछा - " क्या चाहिए तुझे, बहन या भाई ?" बेटी बोली - भाई । किसके जैसा ? पिता ने लडियाया । रावण सा , बेटी ने जबाब दिया । क्या बकती है तू ? पिता ने धमकाया , माँ ने घूरा । बेटी बोली क्यों माँ - बहन के अपमान पर राज्य वंश और प्राण लुटा देने वाला , रावण जैसा भाई ही तो चाहिए, हर लड़की को आज । गर्भवती निर्दोष पत्नी को त्यागने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम सा भाई लेकर क्या करूंगी मैं ? और माँ अग्नि परीक्षा , चौदह बरस बनवास और अपहरण से लांक्षित बहु की कातर आहे तुम कब तक सुनोगी और माँ कब तक राम को ही जनोगी ।